Memories reWritten

Thought of it before but couldn't decide..., now i have..., 
Putting out what was hidden for so long..., 
all that would help me feel good about...,
"what i am..., and what i can be"




All My Life's Work
My Second Love
My Writings






1
ज़िन्दगी ने मेरी कुछ ख्वाब देखे थे
सुन्दर हसीन ख्वाब
तेरे मेरे प्यार की खुश्बु मे महकते
तेरे एह्सासो से सजे
चान्द्नी मे धुलके
इन नैनो मे बसके
फ़िर जुदा हो गये तुम साथ छोड़ के 
हो गये हम तन्हा तुम तन्हा
इस जुदाई का असर हुआं युं
हम तरसे तेरी याद मे 
हम तद्पे तेरी याद मे
तुम ने क्या सहा ना जाने
और हम ना रहे कुछ जब गुज़र गये वो ज़माने
वो वक्त ठेहरा आज भी दिल मे
छुपा लिया था जो खोने के डर से
बड़ा नाज़ुक दिल था 
जिसकी तू मन्ज़िल था
अब कहां रहे वो फ़साने
बस धूल है बाकी
आज भी अक्सर जो 
तन्हाई मे तूफ़ां की वजह होती है"
----------------
-----------
----

No comments:

Post a Comment